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Anshul Kamboj

रणजी ट्रॉफी 2024-25: अंशुल कम्बोज की घातक गेंदबाजी, 8 विकेट चटकाकर रचा इतिहास, 10 विकेट लेने की दहलीज पर

रणजी ट्रॉफी 2024-25 सीजन में कई शानदार प्रदर्शन देखने को मिले हैं, लेकिन केरल और हरियाणा के बीच एलीट ग्रुप C के मुकाबले के पहले दिन अंशुल कम्बोज की धमाकेदार गेंदबाजी सबसे खास रही। पूर्व मुंबई इंडियंस के इस तेज गेंदबाज ने अब तक गिरे सभी 8 विकेट अपने नाम कर लिए हैं, और वे रणजी ट्रॉफी इतिहास में एक पारी में सभी 10 विकेट लेने वाले केवल तीसरे खिलाड़ी बनने के करीब हैं।

इतिहास रचने के करीब अंशुल कम्बोज

अगर कम्बोज अगले दो विकेट लेने में कामयाब होते हैं, तो वे उस खास सूची में शामिल हो जाएंगे, जिसमें अब तक केवल दो खिलाड़ी ही शामिल हैं। सबसे पहले यह कारनामा 1956-57 सीजन में बंगाल के प्रेमांगसु चटर्जी ने असम के खिलाफ किया था। इसके बाद 1985-86 सीजन में राजस्थान के प्रदीप सुंदरम ने विदर्भ के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी। अब, लगभग 39 साल बाद, अंशुल कम्बोज इस ऐतिहासिक मुकाम को छूने की दहलीज पर खड़े हैं।

कमबोज की गेंदबाजी ने केरल की पारी को पटरी से उतारा

यह मैच रोहतक के चौधरी बंसीलाल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है। केरल ने अच्छी शुरुआत की थी और एक समय 91-1 पर मजबूत स्थिति में था। रोहन कुन्नुमल, अक्षय चौहान, सचिन बेबी और मोहम्मद अजहरुद्दीन ने शानदार अर्धशतक बनाकर टीम को स्थिरता प्रदान की थी।

लेकिन अंशुल कम्बोज की आक्रामक गेंदबाजी ने मैच का रुख बदल दिया। 26 वर्षीय कम्बोज ने बेहद सटीकता और आक्रामकता के साथ गेंदबाजी करते हुए 27 ओवर में 8/48 के आंकड़े हासिल किए, जिसमें 7 मेडन ओवर शामिल थे। उनकी घातक गेंदबाजी के आगे केरल की बल्लेबाजी लाइनअप ताश के पत्तों की तरह ढह गई और पहले दिन का खेल खत्म होने तक केरल का स्कोर 217-8 हो गया। शौन रोजर (37*) और बासिल थम्पी (4*) क्रीज पर टिके हुए हैं और केरल की पारी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।

अंशुल कम्बोज का सफर: स्टारडम की ओर

इस मैच से पहले, अंशुल कम्बोज ने 2022 रणजी सीजन में डेब्यू के बाद से 18 फर्स्ट-क्लास मैचों में 47 विकेट लिए थे, जिससे उनकी पहचान एक निरंतर प्रदर्शन करने वाले गेंदबाज के रूप में बनी। उनकी बेहतरीन फॉर्म ने उन्हें IPL 2024 में मुंबई इंडियंस की टीम में जगह दिलाई, जहां उन्होंने तीन मैच खेले।

केरल के खिलाफ उनका यह स्पेल उनके करियर के लिए निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है, क्योंकि वह एक पारी में 10 विकेट लेने की दुर्लभ उपलब्धि हासिल करने की कगार पर हैं।

दूसरे दिन के लिए क्या होगा कम्बोज का अगला कदम?

जैसे ही यह मुकाबला दूसरे दिन की ओर बढ़ेगा, सभी की निगाहें अंशुल कम्बोज पर टिकी होंगी। क्या वह रणजी ट्रॉफी के इतिहास में एक पारी में सभी 10 विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज बनेंगे? क्रिकेट जगत इस दुर्लभ और अद्वितीय उपलब्धि की संभावनाओं को लेकर उत्साहित है, और कम्बोज का यह प्रयास निश्चित रूप से क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक यादगार पल साबित हो सकता है।

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