गोवा के तेज गेंदबाज अर्जुन तेंदुलकर, जो क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर के बेटे हैं, ने अपने फर्स्ट-क्लास करियर में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने रणजी ट्रॉफी 2024-25 के ongoing मैच में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ पांच विकेट लेकर पहली बार पांच विकेट haul अपने नाम किया। यह मुकाबला गोवा क्रिकेट एसोसिएशन अकादमी ग्राउंड, पोरवोरिम में खेला जा रहा था, जहां अर्जुन के शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन ने उनकी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।
अर्जुन की बेहतरीन गेंदबाजी: 9 ओवर में 5/25
अपना 17वां फर्स्ट-क्लास मैच खेलते हुए, 24 वर्षीय अर्जुन तेंदुलकर ने गेंद के साथ अपनी बढ़ती क्षमता का प्रदर्शन किया। उन्होंने 9 ओवर में 5/25 के शानदार आंकड़े हासिल किए, जिसमें 3 मेडन ओवर शामिल थे। अर्जुन ने दूसरे ही ओवर में अरुणाचल के ओपनर नाबम हचंग को आउट कर विपक्षी टीम पर शुरुआती दबाव बना दिया, जिन्होंने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था।
अरुणाचल की टीम उबरने में नाकाम रही क्योंकि अर्जुन ने 12वें ओवर में जल्दी-जल्दी दो विकेट चटकाए। नीलम ओबी (22) और चिन्मय पाटिल (3) ने थोड़ी बहुत प्रतिरोध दिखाने की कोशिश की, लेकिन उनकी पूरी पारी जल्दी ही ढह गई। अर्जुन ने जैसे ही अपना पांचवां विकेट लिया, अरुणाचल प्रदेश का स्कोर 17.1 ओवर में 36/5 हो गया था।
अरुणाचल प्रदेश की पारी 84 रन पर सिमटी
अर्जुन की अगुवाई में गोवा के गेंदबाजों ने अरुणाचल के बल्लेबाजों को कोई मौका नहीं दिया। मोहित रेडकर (3/15) और कीथ पिंटो (2/31) ने भी बढ़िया गेंदबाजी की, जिससे अरुणाचल प्रदेश की पूरी टीम मात्र 84 रन पर सिमट गई।
अर्जुन तेंदुलकर का फर्स्ट-क्लास रिकॉर्ड
इस मैच से पहले अर्जुन ने 16 फर्स्ट-क्लास मैचों में 32 विकेट लिए थे, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/49 रहा था। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्जुन एक सक्षम बल्लेबाज भी हैं, जिन्होंने 532 रन बनाए हैं, जिसमें उनका औसत 23.13 का है, और इसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं। खास बात यह है कि अर्जुन ने अपने रणजी ट्रॉफी डेब्यू पर मुंबई के लिए शतक जड़ा था, जो उनके पिता सचिन तेंदुलकर की तरह ही था, जिन्होंने भी अपने रणजी डेब्यू पर शतक लगाया था।
भारतीय घरेलू क्रिकेट में उभरते हुए सितारे
अर्जुन तेंदुलकर का रणजी ट्रॉफी के इस सीजन में प्रदर्शन उनके कठिन परिश्रम और प्रतिभा का प्रमाण है। उनका पहला पांच विकेट haul न केवल उनकी गेंदबाजी क्षमता को दर्शाता है, बल्कि गोवा की रणजी ट्रॉफी में बढ़ती संभावनाओं को भी मजबूत करता है।
क्रिकेट प्रशंसक और विशेषज्ञ अर्जुन की प्रगति पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं, क्योंकि वह अपने पिता के गौरवशाली तेंदुलकर विरासत को भारतीय क्रिकेट में आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।