क्रिकेट प्रशंसकों ने एक चौंकाने वाला नजारा देखा, जब किंग्समीड, डरबन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में श्रीलंका की टीम 42 रनों पर सिमट गई। यह 21वीं सदी में श्रीलंका का सबसे कम टेस्ट स्कोर है, जो उनके 2009 में पाकिस्तान के खिलाफ बनाए गए 73 रनों के पिछले रिकॉर्ड से भी खराब है।
मार्को जानसन का कहर
दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज मार्को जानसन ने अपने धारदार गेंदबाजी प्रदर्शन से श्रीलंकाई बल्लेबाजों को धराशायी कर दिया। जानसन ने मात्र 6.5 ओवर में 5/13 के अविश्वसनीय आंकड़े दर्ज किए। उनकी गेंदबाजी ने bounce और pace से भरपूर पिच पर श्रीलंकाई बल्लेबाजों की कमजोरी को उजागर कर दिया।
21वीं सदी में सबसे कम टेस्ट स्कोर
श्रीलंका का यह शर्मनाक स्कोर 21वीं सदी के सबसे कम टेस्ट स्कोर की सूची में शामिल हो गया है:
टीम | विपक्षी टीम | स्कोर | मुकाबला स्थल |
---|---|---|---|
भारत | ऑस्ट्रेलिया | 36 | एडिलेड |
आयरलैंड | इंग्लैंड | 38 | लॉर्ड्स |
श्रीलंका | दक्षिण अफ्रीका | 42 | डरबन |
गेंदबाजों का दबदबा
यह टेस्ट गेंदबाजों के प्रभुत्व का मुकाबला साबित हो रहा है।
- दक्षिण अफ्रीका, जिसने पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 191 रन बनाए, को श्रीलंकाई गेंदबाज असिता फर्नांडो और लाहिरू कुमारा ने छह विकेट लेकर बैकफुट पर धकेल दिया।
- लेकिन जवाब में श्रीलंका की बल्लेबाजी पूरी तरह चरमरा गई।
- गेराल्ड कोएत्ज़ी और कागिसो रबाडा ने जानसन का बखूबी साथ दिया, जिससे श्रीलंका सिर्फ 42 रनों पर ढेर हो गया।
श्रीलंका के सामने चुनौती
दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 149 रनों की विशाल बढ़त हासिल कर ली है। श्रीलंका के लिए अब यह मुकाबला बचाना बेहद मुश्किल दिखाई दे रहा है।
सीखने की जरूर
यह टेस्ट मैच श्रीलंका के लिए यह सीखने का मौका हो सकता है कि hostile पिचों पर दुनिया के बेहतरीन गेंदबाजों के सामने टिकने के लिए कैसे तैयारी करनी चाहिए। साथ ही, यह मुकाबला बल्लेबाजों के लिए एक सबक है कि कैसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में धैर्य और तकनीक का सहारा लेना चाहिए।
अब देखना होगा कि क्या श्रीलंका वापसी कर पाता है या यह टेस्ट उनके लिए एक शर्मनाक इतिहास बनकर रह जाएगा।